संपूर्ण यात्रा
मेरी पवित्र कैलाश-पर्वत और मानसरोवर की यात्रा का संपूर्ण वर्णन
04/6/2010 – 02/7/2010
अपने यात्रा अनुभव अपने द्वारा खींचे गए चित्रों के साथ।
प्रस्थान वर्णन
1. प्रथम तीन दिन 4/6/2010 – 6/6/2010
भूमिका और प्रथम तीन दिन2. चौथे दिन 7/6/2010
दिल्ली से अल्मोड़ा3. पाँचवाँ दिन 8/6/2010
अल्मोड़ा से पिथौरागढ़
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पिथौरागढ़ से धारचूला (वाया मिरथी)4 छठा दिन 9/6/2010
धारचूला से गाला5 सातवाँ दिन10/6/2010 (गाला से बुद्धि )
गाला से लखनपुर6 आठवाँ दिन 11/6/2010 (बुद्धि से गुंजी)
7 नवाँ दिन 12/6/2010
एक दिन गुंजी में…
8 दसवाँ दिन 13/6/2010
गुंजी से कालापानी9 ग्यारहवाँ दिन 14/6/2010
कालापानी से नवींढांग(ऊँ पर्वत)10 बारहवाँ दिन 15/6/2010 नवींढांग से तकलाकोट(तिब्बत)
नवींढांग से लिपुलेख
भारत-तिब्ब्त-सीमा से तकलाकोट11 तेरहवाँ दिन 16/6/2010
एक दिन तकलाकोट में
12 चौदहवाँ दिन 17/6/2010 तकलाकोट से दारचेन13 पँद्रहवां दिन 18/6/2010 कैलाश-परिक्रमा प्रारंभ
डेरापुख में चरण-स्पर्श तक (अद्भुत है अलौकिक है वहाँ जाना )
14 सोलहवाँ दिन19/6/2010
15 सत्रहवाँ दिन20/6/2010
ज़ौंग्ज़ेबू/जुलुत्पू से दारचेन
16 अट्ठारहवाँ दिन 21/6/2010 मानसरोवर-परिक्रमा17 उन्नीसवाँ दिन22/6/2010
18 बीसवाँ दिन 23/6/2010
19 इक्कीसवाँ दिन 24/6/2010
वापिसी
20 बाइसवाँ दिन 25/6/2010
21तेइसवाँ दिन26/6/2010
22 चौबीसवाँ दिन 27/6/2010
लिपुलेख से नवींढांग
नवींढांग से काला पानी
23 पच्चीसवाँ दिन 28/6/2010
24 छब्बीसवाँ दिन29/6/2010
25 सत्ताइसवाँ दिन 30/6/2010
26 अट्ठाइसवाँ दिन 1/7/2010
धारचूला से जागेश्वर
27 उनतीसवाँ दिन 2/7/2010जागेश्वर से दिल्ली
जून 12, 2011 को '3:14 पूर्वाह्न'
ॐ नमः शिवाय!
प्रेमलता जी,
यात्रा का समूर्ण विवरण पढकर बहुत अच्छा लगा। चित्र यदि कुछ बडे होते तो और भी अच्छा होता। समय सारणी और स्थानों के विवरण के अनुसार यह वर्णन भविष्य के तीर्थ-यात्रियों के लिये एक निर्देशिका और अन्य सभी लोगों के लिये एक सन्दर्भ का काम करेगा।
आपकी इस कैलाश-मानसरोवर यात्रा का विवरण अन्य इच्छुक जनों तक पहुँचाने की मंशा से सन्क्षिप्त विवरण के साथ एक लिंक “सर्वश्रेष्ठ हिन्दी ब्लॉग्स” पर रखा है। यदि आपको ठीक न लगे तो निसंकोच बता दीजिये, हटा दूंगा।
यदि सम्भव हो तो इसे पुस्तकाकार में प्रकाशित कराने की सम्भावनायें भी खोजिये।
मंगलकामनायें!
उ०- ॐ नमः शिवाय!
अनुरागजी!
समस्त यात्रा-विवरण पढ़ने और टिप्पणियों के लिए आभारी हूँ!
– बड़े चित्र https://photos.app.goo.gl/GAjWZZaETKXwgoOx1 पर जाकर देख सकते हैं।
– आप द्वारा “सर्वश्रेष्ठ हिन्दी ब्लॉग्स” में लिंक देने के लिए मैं धन्यवाद करती हूँ।
– पुस्तक प्रकाशित करने पर काम चल रहा है।
पुनः धन्यवाद!
शुभेच्छु
प्रेमलता पांडे
जुलाई 8, 2011 को '11:30 अपराह्न'
पांडे जी नमस्कार,
बहुत की शानदार यात्रा रही है,
आज सिर्फ़ नमस्कार बाद में तसल्ली से सारी यात्रा विस्तार से देखूंगा।
धन्यवाद नीरजजी!
जुलाई 28, 2011 को '9:01 अपराह्न'
अदभुत मा । अति सुन्दर यात्रा व़त्तान्त और आपकी जीवन्तता। साधु साधु
अक्टूबर 26, 2011 को '3:20 अपराह्न'
I need your contact Number for more details kailash mansrover.
thanks & Regards
Raj-9958167161
दिसम्बर 5, 2011 को '7:50 पूर्वाह्न'
मेरी भी यहाँ जाने की इच्छा है।
अप्रैल 25, 2012 को '5:24 अपराह्न'
अमल धवल गिरि के शिखरों पर
बादल को घिरते देखा है।
छोटे-छोटे मोती जैसे
उसके शीतल तुहिन कणों को,
मानसरोवर के उन स्वर्णिम
कमलों पर गिरते देखा है,
ॐ नमः शिवाय!
प्रेमलता जी आप का यात्रा व्रतांत पड़कर ऐसा लगा कि हम मानो कैलाश मानसरोवर यात्रा के पथिक रहे हों
बड़ी ही सजीव लेखनी है ……. मेरे पास शब्द नहीं है कि में आपने ह्रदय के उदगार व्यक्त कर सकूं
बहुत बहुत मंगल कामनाएं …..जय श्री राम
मई 9, 2012 को '3:50 अपराह्न'
आप की पवित्र कैलाश मानसरोवर यात्रा का विवरण बहुत हे रोमांचकारी है. वर्णन जीवंत लग रहा है. मेरा व पत्नी का बे इस वर्ष आठवें बेच में नंबर आया है. बहुत अच्छा लग रहा है. कृपया कोई विशेष तयारी करनी हो तो बतला दे. सुदर्शन न्याती एवं उषा न्याती 9413358150 कोटा राजस्थान
– ॐ नम: शिवाय’ न्यातीजी
मेरा लेखन पसंद आया धन्यवाद|
पवित्र कैलाश-मानसरोवर यात्रा के लिए आप और श्रीमती उषा जी के नामांकित होने की बधाई और शुभकामनाएँ!
भोलेबाबा आपकी यात्रा सकुशल पूर्ण करेंगे बस दृढ़ इच्छाशक्ति बनाए रखें. स्वास्थ्य की जाँच पहले से भी करा लें और प्राणायाम का अभ्यास बढ़ाते जाएँ| श्वास-नियंत्रण पहाड़ों पर चढ़ाई में बहुत जरूरी है|
शुभेच्छु
प्रेमलता पाण्डेय
मई 11, 2012 को '12:34 अपराह्न'
आप के द्वारा दी गयी सलाह बहुत ही अनुकूल है. आज तो हम एक वीक के लिए लेह लद्धाक जा रहे हे. २२ मई से नियमित परता भ्रमण व प्राणायाम शुरू करूँगा. वैसे में योग शिक्षक वा प्राकृतक चिकित्सक हूँ.तो करता तो हूँ पर पत्नी को कारवां पड़ेगा. पेशे से नुक्लिएर पॉवर में अभियंता हूँ. आपका का बहुत शुक्रिया पुरे इन्टरनेट पर आपका एक मात्र हिंदी में इतना रोचक वा जीवंत लेख है. आप के मेहनत कि सराहना के लिए शब्द नहीं है.
जुलाई 29, 2012 को '3:43 पूर्वाह्न'
ॐ नम: शिवाय
यात्रा वर्णन बहुत अच्छा है. धन्यवाद