मणिमहेश

जून 20, 2016

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WP_20130723_016हिमाचल के चम्बा जिले में भरमौर में मणिमहेश हैं, जिन्हेँ मिनी कैलाश भी कहा जाता है। बहुत कठिन चढ़ाई के बाद मणिमहेश के दर्शन होते हैं। ऊपर पर्वत पर हिम से अनेक आकृतियाँ बनती रहती हैं जिनमें अनेक देवी-देवताओं की मुखाकृतियाँ प्रतीत होती हैं।

रात्रि में चन्द्रमा की चाँदनी पीछे से आती है तो एक अलौकिक छटा का निर्माण होता है तब भक्तगण रात में “जय भोले की” और “ॐ नम:शिवाय” से पूरी घाटी को गुंजायमान कर देते हैं।
प्रातः पो फटने पर पीछे से आती सूर्य की किरणें दिव्य मणि का रूप धारण कर लेती हैं, तीर्थयात्री हिम की पतली परत से ढकी झील में स्नान करके शिव स्वरूप मणिमहेश के दर्शन करके दिव्य भाव से भर जाते हैं।